লকডাউনে রামানন্দ সাগরের 'রামায়ণ' দেখার হিড়িক পড়েছে সাধারণের মধ্যে। মধ্যবয়সে এসে কেউ ডুব দিচ্ছেন কৈশোরের সিরিয়ালের আইকনিক নস্টালজিয়ায় আর নিউএজ প্রজন্ম নতুন ভাবে জানছে এক সময় সাড়া ফেলে দেওয়া কাল্ট এই ধারাবাহিকটিকে। কিন্তু কোথাও গিয়ে ছন্দপতন। বেজায় অখুশি রাম অর্থাৎ অরুণ গোভিল। টুইটারে বিস্ফোরক তিনি।
चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है. मैं उत्तर प्रदेश से हूँ, लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया. और यहाँ तक कि मैं पचास साल से मुंबई में हूँ, लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया. #रामायण https://t.co/C91yuJClMr
— Arun Govil (@arungovil12) April 25, 2020
मेरा मंतव्य, प्रश्न का उत्तर देना था।कोई अवार्ड पाने की आकांक्षा नहीं थी।
— Arun Govil (@arungovil12) April 27, 2020
हालाँकि राजकीय सम्मान का अपना अस्तित्व होता है पर दर्शकों के प्यार से बड़ा कोई अवार्ड नहीं होता जो मुझे भरपूर मिला है। आप सभी के असीम प्रेम के लिए सप्रेम धन्यवाद 🙏! #Ramayan #AwardforRamayan https://t.co/mBEC74tK43